उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राजस्थान के पूर्व राज्यपाल कल्याण सिह का व्यक्तित्व ऐसा था, जिसे भुलाया नहीं जा सकता है, विशेष तौर पर राजनीति में ऐसे व्यक्तित्व विरले ही मिलते हैं, जिसने राम के लिए सत्ता को ठोकर मार दी थी, अन्यथा राजनीति में ऐसे चेहरे बहुसंख्य हैं, जो सत्ता के लिए सत्य-असत्य और धर्म- अधर्म सबको भुला देते हैं। उनके लिए सत्ता ही सर्वोपरि है। ऐसे तमाम उदाहरण भारत की सियासत और उत्तर प्रदेश की सियासत में देखने को मिल जाएंगे, मगर कल्याण कुछ अलग थे और उन्होंने अपने जीवन में सिद्ध भी किया। कल्याण हमेशा ऐसे राजनेता के तौर भी जाने जाएंगे, जिन्होंने राष्ट्रीय गौरव को सर्वोपरि माना और हिंदू धर्म और संस्कृति के लिए सर्वस्व न्यौछावर कर दिया। उनका एक लंबी बीमारी के बाद आज निधन हो गया। उन्हें चार जुलाई को संजय गांधी पीजीआइ के क्रिटिकल केयर मेडिसिन की आइसीयू में गंभीर अवस्था में भर्ती किया गया था। लंबी बीमारी और शरीर के कई अंगों के धीरे-धीरे फ़ेल होने के कारण शनिवार रात 9:3० बजे उन्होंने अंतिम सांस ली। कल्याण सिह तबीयत खराब होने के कारण लखनऊ के संजय गांधी पीजीआइ में चार जुलाई से भर्ती थे। इस दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने हर दिन उनके स्वास्थ्य का हाल लिया और उनके निर्देश पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लगातार निगरानी करते रहे। पीजीआइ के डाक्टरों ने कल्याण सिह की स्थिति बेहद नाजुक होने की जानकारी मुख्यमंत्री समेत उनके परिवार के लोगों को भी दी थी। शनिवार को देर शाम यह सूचना मिलने पर सीएम योगी आदित्यानाथ उन्हें देखने एसजीपीजीआइ पहुंचे थे। सीएम योगी आदित्यनाथ ने पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के निधन पर शोक जताते हुए उत्तर प्रदेश में तीन दिन का राजकीय शोक घोषित किया है।
तीन दिन का राजकीय शोक, कल नरोरा में अंतिम संस्कार : पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिह के निधन पर शनिवार को प्रदेश भर में शोक की लहर दौड़ गई। यह दुखद सूचना पाते ही मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सहित पार्टी के कई वरिष्ठ मंत्री और नेता पीजीआइ पहुंच गए। वहां से पार्थिव देह को स्वजन माल एवेन्यू स्थित उनके आवास पर ले आए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने तीन दिन के राजकीय शोक की घोषणा कर दी। इधर, भाजपा ने अपने तीन दिन के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं और दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि देने के लिए रविवार को राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा भी लखनऊ आ रहे हैं। पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद रात 11.3० बजे कैबिनेट की आपात बैठक बुलाकर शोक प्रस्ताव पारित किया गया। उससे पहले पीजीआइ पहुंचे योगी ने बताया कि राजकीय शोक की अवधि में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। रविवार को कल्याण सिंह की पार्थिव देह सुबह नौ से 11 बजे तक विधान भवन और फिर 11 से एक बजे तक भाजपा प्रदेश मुख्यालय में दर्शनों के लिए रखी जाएगी। यहां श्रद्धांजलि के बाद दोपहर दो बजे शव को अलीगढ़ ले जाया जाएगा। वहां भी देह को जनता के दर्शनों के लिए स्टेडियम में रखा जाएगा। सोमवार को जन्मभूमि-कर्मभूमि अलीगढ़ के अतरौली में पार्थिव देह को जनता के दर्शनाथã रखा जाएगा। शाम को नरोरा में गंगा के किनारे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंत्येष्टि वाले दिन सरकार ने सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की है। इसके साथ ही भाजपा ने अपने तीन दिन के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। कल्याण सिंह के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए जेपी नड्डा भी रविवार को लखनऊ आ रहे हैं। राष्ट्रपति, उपराष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, यूपी के राज्यपाल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ समेत तमाम राजनेताओं ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया।
योगी ने कैबिनेट की आपात बैठक बुलाकर शोक प्रस्ताव पारित किया
पूर्व मुख्यमंत्री के निधन के बाद रात 11.3० बजे कैबिनेट की आपात बैठक बुलाकर शोक प्रस्ताव पारित किया गया। उससे पहले पीजीआइ पहुंचे योगी ने बताया कि राजकीय शोक की अवधि में राष्ट्रीय ध्वज आधा झुका रहेगा। रविवार को कल्याण सिंह की पार्थिव देह सुबह नौ से 11 बजे तक विधान भवन और फिर 11 से एक बजे तक भाजपा प्रदेश मुख्यालय में दर्शनों के लिए रखी जाएगी। यहां श्रद्धांजलि के बाद दोपहर दो बजे शव को अलीगढ़ ले जाया जाएगा। वहां भी देह को जनता के दर्शनों के लिए स्टेडियम में रखा जाएगा। सोमवार को जन्मभूमि-कर्मभूमि अलीगढ़ के अतरौली में पार्थिव देह को जनता के दर्शनाथã रखा जाएगा। शाम को नरोरा में गंगा के किनारे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया जाएगा। अंत्येष्टि वाले दिन सरकार ने सार्वजनिक अवकाश की भी घोषणा की है। इसके साथ ही भाजपा ने अपने तीन दिन के सभी कार्यक्रम स्थगित कर दिए हैं। कल्याण सि?ंह के अंतिम दर्शन और श्रद्धांजलि देने के लिए जेपी नड्डा भी रविवार को लखनऊ आ रहे हैं।
आज एक और युग का अंत हो गया—-संयुक्ता भाटिया, महापौर लखनऊ
प्रभू श्रीराम के अनन्य सेवक, श्री राम मंदिर के जननायक, मुख्यमंत्री रहते हुए सुशासन को चरितार्थ करने वाले हमारे मार्गदर्शक परम आदरणीय श्री कल्याण सिंह जी ‘बाबूजी’ का निधन इस समाज के लिए अपूरणीय क्षति है।
यह मेरे लिए बहुत ही पीड़ादायी क्षण है।
प्रभू श्रीराम पुण्यात्मा को अपने श्री चरणों में स्थान दे और परिवार को यह दुख सहन करने की शक्ति प्रदान करे।
ॐ शांति शांति शांति ..🙏